धनबाद में दूसरों के घरों में चूल्हा-चौका और बर्तन धोने का काम करनेवाली अपर्णा देवी के होश उस वक्त उड़ गये, जब उसे पता चला कि उसके खाते से छह महीने के भीतर करीब ढाई करोड़ रुपये का लेनदेन हो चुका है। बैंककर्मियों ने जब अपर्णा के घर जाकर इस बारे में उससे पूछताछ की, तो भेद खुला। धनबाद थाना क्षेत्र स्थित पुलिस लाइन बाउरी पाड़ा में रहनेवाले मंटू बाउरी की पत्नी अपर्णा देवी ने मामले की जानकारी होने पर मंगलवार को साइबर थाना में शिकायत दर्ज करायी। उसने बताया कि रीता राय नाम की महिला ने उसे सरकारी लाभ दिलाने का झांसा देकर बैंक खाता खुलवाया था। उस खातेसे छह माह में ढाई करोड़ रुपये का ट्रांजेक्शन कर लिया गया। अपर्णा जीवकोपार्जन के लिए दूसरों के घरों में चूल्हा-चौका और बर्तन धोने का काम करती है। उसका पति राजमिस्त्री है। दंपती को पांच बेटियां हैं। बैंक अधिकारियों के अनुसार, अपर्णा देवी के खाते में कई स्थानों से राशि आयी है। उससे दो लाख से लेकर पांच लाख रुपए तक का निकासी की गयी।
अपर्णा के बैंक खाते में लेन-देन पर पहले बैंक अधिकारियों का ध्यान नहीं गया। उन्हें लगा कि वह कोई बड़ी उद्योगपति या कारोबारी है। इसका पता लगाने के लिए बैंक कर्मचारी 28 अप्रैल को महिला के घर पहुंचे। अपर्णा को ढाई करोड़ रुपए ट्रांजैक्शन के बारे में बताया, तो उसके होश उड़ गये। उसने कहा कि इतने रुपए उसने अपने पूरे जीवन में नहीं देखे हैं।
अपर्णा ने बताया कि वह पिछले साल नूतनडीह में एक व्यक्ति के घर में खाना बनाने के लिए जाती थी। इस दौरान वहां बगल में रहने वाली रीता राय से उसकी जान पहचान हुई। उसने बताया कि योजना के तहत सरकार गरीबों को हर माह 5 हजार रुपए देगी। इसके लिए एक बैंक खाते की जरूरत है। रीता ने झांसा देकर 18 अक्टूबर 2024 को सरायढेला स्थित एक सरकारी बैंक में उसका खाता खुलवाया। खाता खुलवाने का पैसा भी उसी ने दिया।
जिसके बाद अपर्णा का खाता और एटीएम दोनों उसके घर पर आ गया। तीन-चार दिन बाद वह अपने घर पर नहीं थी, तो रीता राय उसके घर पहुंची और उसकी बेटी से कहा कि सरकारी राशि आनी है। इसलिए उसका खाता और एटीएम दोनों दे दो। बेटी ने उसे खाता और एटीएम दे दिया। जानकारी मिलने पर वह अपर्णा के घर गयी, लेकिन घर का ताला बंद था। उसने कई बार उसके घर का चक्कर लगाया, लेकिन वह नहीं मिली। इसके बाद उसने अपने खाते की भी कोई जानकारी नहीं मिली।