अखिल विश्व गायत्री परिवार गिरिडीह के द्वारा आज दिनांक 23 जनवरी 2025 को स्थानीय गायत्री शक्तिपीठ तिरंगा चौक गिरिडीह में एक विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया। इस विचार गोष्ठी की अध्यक्षता गायत्री शक्तिपीठ के मुख्य प्रबंधक कामेश्वर सिंह ने की।
मां गायत्री के वंदना के साथ गोष्ठी का शुभारंभ हुआ उसके उपरांत 24 कुंडीय शक्ति संवर्धन गायत्री महायज्ञ सह प्रगेश्वर महाकाल मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह जो दिनांक 8 फरवरी से 11 फरवरी 2025 तक गायत्री शक्तिपीठ गिरिडीह में संपन्न होना के निमित्त विचार विमर्श किया गया।
इस महायज्ञ को सफल बनाने के लिए शहर के सभी वार्डों में प्रचार करने का निर्णय लिया गया। इसके साथ ही गायत्री परिवार के परिजनों के बीच जिम्मेदारियों का बंटवारा किया गया। इस अवसर पर कामेश्वर सिंह ने कहा कि संस्कारों के पुण्य परंपरा प्रायः समाप्त हो गई। इसी कारण परिवार एवं समाज में विभिन्न प्रकार की समस्याएं पैदा हो रही है,घरों में सुख शांति का अभाव हो गया है। समाज में सुख शांति एवं आत्मीयता के विकास के लिए एवं संस्कारों की पुण्य परंपरा को पुनर्स्थापित करने के लिए शांतिकुंज हरिद्वार के द्वारा पूरे विश्व सहित भारत के प्रत्येक जिले में गायत्री महायज्ञों का आयोजन किया जा रहा है। इस महायज्ञ चार दिनों तक यज्ञ,योग,अध्यात्म, जीवन जीने की कला सहित अन्य विषयों के बारे में शांतिकुंज हरिद्वार से आए हुए संतों के द्वारा विस्तार से बतलाया जाएगा।
प्रातः के समय हवन यज्ञ, संध्या के समय संगीत एवं प्रवचन आयोजन किया जाएगा। दिनांक 10 फरवरी 2025 को प्रगेश्वर महाकाल
की प्राण प्रतिष्ठा संपन्न होगी।
उन्होंने कहा कि सनातन धर्म के सभी 16 संस्कार यथा पुंसवन, नामकरण , अन्नप्राशन, मुंडन,विद्यारंभ, दीक्षा,विवाह, जन्म दिवस संस्कार, विवाह दिवस संस्कार आदि नि:शुल्क संपन्न करवाए जायेंगे। इस महायज्ञ में सभी लोग बिना किसी भेदभाव के भाग ले सकेंगे। यह कार्यक्रम पूर्णता आध्यात्मिक है।
कार्यक्रम की पूर्णाहुति 11 फरवरी 2025 को संपन्न होगी।
आज के विचार गोष्ठी को सफल बनाने में बासुकीनाथ राय,दयानंद प्रसाद, सुरेंद्र बरनवाल, जय प्रकाश राम,
भागीरथ प्रसाद सिंह, नरेश प्रसाद यादव,विनोद कुमार बरनवाल ,तुलसी पंडित,भागवत राम,संदीप कुमार ,हरिशंकर चंद्राकर, लाल बाबा ,अनिरुद्ध राम सहित महिला मंडल गिरिडीह की सभी बहनों का सहयोग प्राप्त हुआ।