झारखंड की महिलाओं को सशक्त और आर्थिक रूप से सबल बनाने के लिए हेमंत सोरेन की सरकार ने मंईयां सम्मान योजना शुरू की है, लेकिन यह योजना एक महिला के लिए जानलेवा साबित हुई। गढ़वा जिले के रंका थाना के मानपुर गांव निवासी खुर्शीद अंसारी की पत्नी शकीना बीबी (25 वर्ष) की हत्या उसके ससुरालवालों ने कर दी। पुलिस ने पति को गिरफ्तार कर लिया है। अन्य आरोपियों की तलाश की जा रही है।
शकीना बीबी के खाते में सरकार द्वारा मंईयां सम्मान योजना के 7500 रुपये भेजे गये थे। सोमवार को उस राशि को निकाल कर शकीना जब घर लौटी तो उसके पति खुर्शीद अंसारी, सास रोजनी बीबी और दादी सास नजमा बीबी उससे पैसे मांगने लगे। शकीना ने पैसे देने से जब इनकार किया, तो तीनों उस पर जबरन दबाव बनाने लगे। इस पर शकीना ने पांच सौ रुपये अपने पति को दिए। इस पर वे लोग नहीं माने और पूरे पैसे देने की मांग करने लगे. पैसे नहीं देने पर घर में विवाद बढ़ गया।
सोमवार की शाम के करीब सात बजे उन तीनों ने शकीना की जमकर पिटाई की। इसके बाद गला दबाकर उसकी हत्या कर दी। हत्या के बाद साक्ष्य छुपाने के लिए घर से बाहर बांस के बीच फंदे से लटका कर आत्महत्या का रूप दे दिया। जानकारी मिलने पर बेटी के ससुराल पहुंचे शकीना के पिता रोज मोहम्मद अंसारी ने रंका थाने में इस घटना की प्राथमिकी दर्ज कराते हुए पुलिस प्रशासन से न्याय की गुहार लगायी। इस पर रंका थाना पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए पति खुर्शीद अंसारी को गिरफ्तार कर लिया है। अन्य आरोपियों की तलाश जारी है।