गिरिडीह झारखण्ड धर्म

अखिल विश्व गायत्री परिवार द्वारा पांच कुंडीय गायत्री महायज्ञ का आयोजन

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अखिल विश्व गायत्री परिवार गिरिडीह के द्वारा आज लेदा ग्राम में पांच कुंडीय गायत्री महायज्ञ का आयोजन किया गया। इस महायज्ञ का संचालन भुनेश्वर शास्त्री एवं राजेश कुमार राम के द्वारा संयुक्त रूप से किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ मां गायत्री की वंदना से की गई इसके के बाद वैदिक मंत्रों के द्वारा सभी देव शक्तियों का आवाहन किया गया।

इस शुभ अवसर पर भुवनेश्वर शास्त्री ने कहा कि शुद्ध मंत्रों के उच्चारण से देव शक्तियों को आवाहन करने से देव शक्तियों वहां पर सूक्ष्म रूप से उपस्थित हो जाती हैं और व्यक्ति के मन मस्तिष्क के अंदर प्रवेश कर उनके अंदर सद्विचार और सद्भावना को आरोपित कर देती है। उन्होंने कहा कि यज्ञ का अर्थ त्याग होता है, व्यक्ति को त्याग पूर्ण जीवन जीना चाहिए केवल स्वाहा करने से यज्ञ पूर्ण नहीं होता है। हमारे अंदर त्याग की भावना भी होनी चाहिए। त्याग करने से व्यक्ति के सम्मान एवं यश की वृद्धि होती है। इस अवसर पर सैकड़ों लोगों ने अपने हाथों से यज्ञ भगवान को आहुतियां प्रदान कर सबके उज्जवल भविष्य की कामना की l इससे पुर्व कल देर शाम इसी स्थान पर गायत्री दीप महायज्ञ का भी आयोजन किया गया।

अंत में 108 दीपकों को प्रज्वलित कर गायत्री महामंत्र ,महामृत्युंजय मंत्र एवं अन्य वैदिक मंत्रों से आहुतियां प्रदान कर मनुष्य मात्र के उज्जवल भविष्य की प्रार्थना की गई l उपस्थित लोगों ने इस अवसर पर जीवन की एक-एक बुराइयों को छोड़ने, एक-एक अच्छाइयों को ग्रहण करने के साथ गायत्री महामंत्र की उपासना करने का भी संकल्प लिया l

इस कार्यक्रम को को सफल बनाने में भुनेश्वर प्रसाद कुशवाहा, राजेंद्र प्रसाद वर्मा ,राजेश कुमार राम, सहदेव महतो ,दशरथ महतो, सहदेव प्रसाद कुशवाहा, अरुण कुमार ,लखन यादव, नागेश्वर यादव ,बुधनचंद यादव सहित लेदा के ग्रामीणों का भरपूर सहयोग प्राप्त हुआ l